सन्दर्भ – जिस गद्यांश को आपने अनुवाद के लिए चुना है, पहले उसका सन्दर्भ लिखिए। सन्दर्भ में लिखिए कि गद्यांश किस पाठ्य-पुस्तक से लिया गया है तथा उसका रचयिता कौन है।
अनुवाद – अनुवाद एवं अर्थ कुछ भी पूछा जाए, उस गद्यांश का कर्त्ता, कर्म, क्रियानुसार ज्यों का क्यों अनुवाद करना चाहिए। अनुवाद में व्याख्या नहीं करनी है, सही अनुवाद नहीं हो पा रहा है तो छायानुवाद अथवा भावार्थ इस प्रकार समझाइए कि जैसे आप परीक्षक को ही समझा रहे हैं। जब आप ननुवाद करें तो यह भी बताएँ कि वह किस प्रसंग का वर्णन है, कौन किससे कह रहा है।