मात्रक (Unit): किसी राशि के मापन के निर्देश मानक को मात्रक कहते हैं।
- मात्रक दो प्रकार के होते हैं- मूल मात्रक (fundamental unit) एवं व्युत्पन्न मात्रक (derived unit)
- S.I. पद्धति में मूल मात्रक की संख्या सात हैं, जिसे नीचे की सारणी में दिया गया है-
भौतिक राशि | S.I. के मूल मात्रक | संकेत | |
1. | लम्बाई | मीटर ( metre ) | m ( मी ) |
2. | द्रव्यमान | किलोग्राम ( kilogram ) | kg ( किग्रा ) |
3. | समय | सेकंड ( second ) | s ( से ) |
4. | ताप | केल्विन ( kelvin ) | K ( के ) |
5. | विद्युत धारा | एम्पियर ( ampere ) | A ( ऐ ) |
6. | ज्योति – तीव्रता | कैन्डेला ( candela ) | cd ( कैंड ) |
7. | पदार्थ का परिमाण | मोल ( mole ) | mol ( मोल ) |
S.I. के सम्पूरक मूल मात्रक
1. | समतल कोण | रेडियन (radian ) | rad (रेड ) |
2. | घन कोण (solid angle ) | स्टेरेडियन (steradian ) | sr |
S.I. के कुछ पुराने मात्रको के नये नाम और संकेत
1. | ताप | डिग्री सेण्टीग्रेड, °C (पुराना) | डिग्री सेल्सियस, °C (नया) |
2. | आवृति | कम्पन प्रति सेकण्ड, cps (पुराना) | हर्ट्ज, Hz (नया) |
3. | ज्योति -तीव्रता (luminous in tensity ) | कैण्डिल शक्ति, C.P. (पुराना) | कैण्डेला, cd (नया) |
→ बहुत लम्बी दूरियों को मापने के लिए प्रकाशवर्ष का प्रयोग किया जाता है अर्थात् प्रकाशवर्ष दूरी का मात्रक है।
1 प्रकाशवर्ष = 9.46 × 1015 मीटर
→ दूरी मापने की सबसे बड़ी इकाई पारसेक है।
1 पारसेक = 3.26 प्रकाशवर्ष = 3.0 8 × 1016 मीटर
→ बल की C.G.S. पद्धति में मात्रक डाइन है एवं S.I. पद्धति में मात्रक न्यूटन है।
1 न्यूटन = 105 डाइन
→ कार्य की C.G.S. पद्धति में मात्रक अर्ग है एवं S.I. पद्धति में मात्रक जूल है।
1 जूल = 107 अर्ग
दस की विभिन्न घातों के प्रतीक (Symbols for various powers of 10) : भौतिकी में बहुत छोटी और बहुत बड़ी राशियों के मानों को दस का घात के रूप में व्यक्त किया जाता है। 10 का कुछ घातों को विशेष नाम तथा संकेत दिये गये हैं जिसे नीचे दी गई सारणी में दिया गया है।
