मुहावरे और लोकोक्तियाँ

मुहावरा छोटा होता है जबकि लोकोक्ति बड़ी और भावपूर्ण होती है। लोकोक्ति का वाक्य में ज्यों का त्यों उपयोग होता है। मुहावरे का उपयोग क्रिया के अनुसार बदल जाता है लेकिन लोकोक्ति का प्रयोग करते समय इसे बिना बदलाव के रखा जाता है। हाँ, कभी-कभी काल के अनुसार परिवर्तन सम्भव है। लोकोक्तियाँ

कंप्यूटर : आज की आवश्यकता

संकेत बिन्दु भूमिका, कम्प्यूटर के विकास का इतिहास, कम्प्यूटर की उपयोगिता.. सूचना प्रौद्योगिकी में क्रान्ति, उपसंहार विज्ञान ने मनुष्य को सुख-सुविधा के अनेक साधन प्रदान किए हैं, जिनमें कम्प्यूटर सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है। विज्ञान द्वारा विकसित यह यन्त्र मनुष्य के दिमाग की तरह काम करता है। इसने हमारे जीवन को अनेक सुख-सुविधाओं से भर दिया … Read more

निबंध रचना

मनुष्य अपने विचारों एवं भावों को अभिव्यक्त करने के लिए भाषा के मौखिक एवं लिखित रूप का सहारा लेता है। किसी भी व्यक्ति के लेखन कौशल के मूल्यांकन के लिए सामान्यतया सबसे अच्छी एवं ठोस कसौटी निबन्ध होती है। इसके माध्यम से व्यक्ति के ज्ञान, अनुभव, सोच एवं भावना को परखा जा सकता है। फ्रांसीसी … Read more

पत्र लेखन

पर्व ‘दीपावली ‘ ( अथवा ) मेरा प्रिय पर्व त्यौहार रूपरेखा – 1. प्रस्तावना , 2. मनाने का समय 3. मनाने के कारण 4. मनाने का ढंग, 5. लाभ 6 दुष्पवृत्तियों, 7. उपसंहार। प्रस्तावना – भारतवर्ष में अनेक त्यौहार मनाये जाते हैं। इनमें से कुछ धार्मिक हैं, कुछ सांस्कृतिक, कुछ सामाजिक और कुछ राष्ट्रीय त्यौहार … Read more

प्रमुख लेखक और उनकी रचनाएं

रचनाएं लेखक चौरासी वैष्णवन की वार्त्ता गोकुलनाथ श्रृंगार रस-मण्डन बिट्ठलनाथ अष्टयाम नाभादास चन्द छन्द बरनन की महिमा कवि गंग गोरा बादल की कथा जटमल भाषा योगवाशिष्ठ रामप्रसाद निरंजनी रानी केतकी की कहानी इंशाअल्ला खाँ सुखसागर मुंशी सदासुखलाल प्रेमसागर लल्लूलाल माधव विलास लल्लूलाल नासिकेतोपाख्यान सदल मिश्र मानव धर्मसार राजा शिवप्रसाद ‘सितारेहिन्द’ राजा भोज का सपना राजा … Read more

महादेवी वर्मा

जीवन परिचय – महादेवी वर्मा का जन्म फर्रुखाबाद के एक शिक्षित कायस्थ परिवार में सन् 1907 ई० (संवत् 1963 वि०) में होलिका दहन के दिन हुआ था। इनके पिता श्री गोविन्दप्रसाद वर्मा, भागलपुर के एक कॉलेज में प्रधानाचार्य थे। इनकी माता हेमरानी परम विदुषी धार्मिक महिला थीं एवं नाना ब्रजभाषा के एक अच्छे कवि थे। … Read more

सुमित्रानन्दन पन्त

जीवन परिचय – रकृति के सुकुमार कवि पं० सुमित्रानन्दन पन्त का जन्म 20 मई, 1900 ई० (संवत् 1957 वि०) को प्रकृति की सुरम्य क्रीड़ास्थली कूर्मांचल प्रदेश के अन्तर्गत अल्मोड़ा जिले के कौसानी नामक गाँव में हुआ। इनके पिता का नाम श्री गंगादत्त पन्त तथा माता का नाम श्रीमती सरस्वती देवी था। ये अपने माता-पिता की … Read more

जयशंकर प्रसाद

जीवन परिचय – जयशंकर प्रसाद का जन्म काशी के एक प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में माघ शुक्ल दशमी संवत् 1945 वि० (सन् 1889 ई०) में हुआ था। इनके पिता का नाम देवीप्रसाद था। ये तम्बाकू के एक प्रसिद्ध व्यापारी थे। बचपन में ही पिता की मृत्यु हो जाने से इनकी प्रारम्भिक शिक्षा घर पर ही हुई। … Read more

मैथिलीशरण गुप्त

जीवन परिचय – राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का जन्म संवत् 1943 वि० (सन् 1886 ई०) में, चिरगाँव (जिला झाँसी) में हुआ था। इनके पिता का नाम सेठ रामचरण गुप्त था। सेठ रामचरण गुप्त स्वयं एक अच्छे कवि थे। – गुप्त जी पर अपने पिता का पूर्ण प्रभाव पड़ा। आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी से = भी इन्हें बहुत … Read more

डॉ० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम

जीवन परिचय – डॉ० ए०पी० जे० अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 ई० को तमिलनाडु के रामेश्वरम् में एक भारतीय मुस्लिम परिवार में हुआ। उनके पिता जैनुलअबिदीन एक नाविक थे और उनकी माता अशिअम्मा एक गृहिणी थीं, उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए उन्हें छोटी उम्र से ही काम करना पड़ा। … Read more