अलंकार का परिभाषा

‘काव्यशोभीकरीन् धर्मानलंकारान् प्रचक्षते – काव्य की शोभा को बढ़ाने वाले धर्मों को ‘अलंकार’ कहते हैं। अलंकार किसे कहते है – किसी बात को ऐसे ढंग से प्रस्तुत करना कि जिससे शब्द या अर्थ अथवा दोनों से चमत्कार उत्पन्न हो जाये तथा काव्य का सौन्दर्य बढ़ जाये, इन काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्मों को ही … Read more